मैड्रिड, 23 (यूरोपा प्रेस)
गिनी के सैन्य शासन ने देश के तीन मुख्य राजनीतिक दलों की गतिविधियों को 90 दिनों के लिए स्थगित करने का आदेश दिया है। यह आदेश संविधान में संशोधन के लिए विवादास्पद जनमत संग्रह के लिए अभियान शुरू होने से एक सप्ताह पहले दिया गया है। आलोचकों का मानना है कि इससे तख्तापलट के नेता जनरल मामाडी डौम्बौया के सत्ता में बने रहने का रास्ता साफ हो सकता है।
देश के मीडिया द्वारा प्रकाशित एक बयान में, क्षेत्रीय प्रशासन और विकेंद्रीकरण मंत्री, एल्हाज इब्राहिमा कलिल कोंडे ने तर्क दिया कि यह निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि तीन संगठन - पूर्व राष्ट्रपति अल्फा कोंडे की गिनी पीपुल्स असेंबली; पूर्व प्रधान मंत्री सेलौ डेलिन डायलो की गिनी डेमोक्रेटिक फोर्सेस यूनियन; और रिन्यूअल एंड प्रोग्रेस पार्टी - गिनी मैटिन वेबसाइट के अनुसार, "मूल्यांकन रिपोर्ट में स्थापित आवश्यकताओं का पालन करने में विफल रहे हैं।"
इस तर्क के आधार पर ही सैन्य शासन ने पिछले वर्ष अक्टूबर में 50 से अधिक राजनीतिक दलों को भंग कर दिया तथा 67 अन्य को निगरानी में रखा।
गिनी के विपक्ष ने डौम्बौया के सैन्य शासन पर 2021 में तख्तापलट के ज़रिए सत्ता हथियाने के बाद से अपने आलोचकों पर लगातार अत्याचार करने का आरोप लगाया है। जनरल ने 2022 से सभी प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगा दिया है और कई विपक्षी नेताओं को गिरफ़्तार किया है, उन पर मुकदमा चलाया है या उन्हें निर्वासित किया है।
जनरल ने 2024 के अंत तक संवैधानिक जनमत संग्रह कराने तथा निर्वाचित नागरिक सरकार को सत्ता सौंपने का वादा किया था, लेकिन ऐसा अंततः नहीं हुआ, क्योंकि ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि वे भविष्य में चुनाव लड़ सकते हैं।